गलत फहमियों के सिलसिले इतने दिलचस्प है, हर ईंट सोचती है कि दीवार बस मुझसे जिन्दा है !
गलत फहमियों के सिलसिले इतने दिलचस्प है,
हर ईंट सोचती है कि दीवार बस मुझसे जिन्दा है !
छोड़ दिया किस्मत की लकीरों पर यकीन करना, जब लोग बदल सकते हैं तो किस्मत क्या चीज़ है!
Share Whatsapp
Download